देर से ही सही लेकिन अपनी उपस्थिति पुनः दर्ज करा रहा हूँ। आशा है आप सभी को ये रचना पसन्द आयेगी.......
पर हैं
लेकिन कटे हुए हैं।
इक हैं लेकिन बंटे हुए हैं।
अच्छे-अच्छे कहीं नहीं हैं,
गुण्डे आगे डटे हुए हैं ।
आवेदन नौकरी की मत दो,
जिनका होगा छंटे हुए हैं।
वह लड़की है नहीं है लड़का,
जिसके गेसू कटे हुए है।
तन ढकना है जहाँ जरूरी,
कपड़े उनके हटे हुए हैं।
जो तन ढकना चाह रही हैं,
उनके कपड़े फटे हुए हैं।
उनके अच्छे अंक हैं आते,
जो उत्तर को रटे हुए हैं।
सार्वजनिक उद्यान सभी अब,
बस जोड़ों से पटे हुए हैं।
रिश्ते-नाते ‘अनघ’ नाम के,
इक-दूजे से कटे हुए हैं।
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