दोस्तों, आज एक भजन प्रस्तुत कर रहा हूँ जिसे मैनें अपने गुरुजनों से सीखा था और मुझे यह बहुत ही पसन्द है। आशा है आप को भी ये भायेगा...
अगर ऊपर यू ट्यूब में कोई समस्या हो तो इस रिकार्डिंग को आप यहाँ भी सुन सकते हैं...
http://www.divshare.com/download/17815534-360
OR
http://www.youtube.com/watch?v=WKj44m9eWjQ&feature=plcp
आजकल फ़ायर फ़ाक्स में यू-ट्यूब काम नहीं कर रहा, इसलिये आप से ये अनुरोध है की आप इसे गूगल क्रोम में देखने का कष्ट करें....
http://www.divshare.com/download/17815534-360
OR
http://www.youtube.com/watch?v=WKj44m9eWjQ&feature=plcp
आजकल फ़ायर फ़ाक्स में यू-ट्यूब काम नहीं कर रहा, इसलिये आप से ये अनुरोध है की आप इसे गूगल क्रोम में देखने का कष्ट करें....
वाह ,,,, बहुत सुंदर आवाज ,,, भजन की अच्छी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंRECENT POST काव्यान्जलि ...: किताबें,कुछ कहना चाहती है,....
आवाज और भजन दौनों ही सहत अच्छे लगे |
जवाब देंहटाएंआशा
Sunder Prastuti...
जवाब देंहटाएंवाह ,,,, बहुत अच्छी प्रस्तुति,...
जवाब देंहटाएंआपका फालोवर बन गया हूँ आप भी बने तो मुझे खुशी होगी,...आभार
RECENT POST काव्यान्जलि ...: किताबें,कुछ कहना चाहती है,....
आपकी आवाज़ सुनना चाह रहा था मगर आवाज आ ही नहीं रही है.
जवाब देंहटाएंbahut sundar prastuti ..
जवाब देंहटाएंसुंदर भजन...
जवाब देंहटाएंराधे-राधे
मेरे तो राधे श्याम रे ,दुनिया वालो दुनिया सारी ....बढ़िया बंदिश है पार्श्व गायक जगमोहनजी की याद दिलाती हुई की बोर्ड और टेबल पर भी परम्परा गत संगत अच्छी रही . .कृपया यहाँ भी पधारें -
जवाब देंहटाएंram ram bhai
मंगलवार, 22 मई 2012
ये बोम्बे मेरी जान (भाग -5)
http://veerubhai1947.blogspot.in/
यह बोम्बे मेरी जान (चौथा भाग )http://veerubhai1947.blogspot.in/
तेरी आँखों की रिचाओं को पढ़ा है -
उसने ,
यकीन कर ,न कर .
कृपया यहाँ भी पधारें -
दमे में व्यायाम क्यों ?
दमे में व्यायाम क्यों ?
http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/2012/05/blog-post_5948.html
Bahut khubsurt,
जवाब देंहटाएंAbhar
अच्छा लगा। जारी रखें।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति...
जवाब देंहटाएंबहुत ही प्रभावित करता भजन । मेरे नए पोस्ट अमीर खुसरो पर आपका इंतजार रहेगा । धन्यवाद ।
जवाब देंहटाएंसुंदर भजन सुनाने के लिए धन्यवाद, चतुर्वेदी जी।
जवाब देंहटाएंसुंदर भजन सुनवाने का आभार ।
जवाब देंहटाएंप्रिय चतुर्वेदी जी मनमोहक भजन और प्यारी आवाज भी ...ये सिलसिला चलता रहे ..तो आनंद और आये
जवाब देंहटाएंरस -रंग भ्रमर का - में पधारने के लिए आभार ..जय श्री राधे
भ्रमर ५
भ्रमर का दर्द और दर्पण
Vaah sundar bhajan ... Recording Bhi bilkul saaf hai ...
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर भजन....:-)
जवाब देंहटाएंVery nice post.....
जवाब देंहटाएंAabhar!
सुंदर भजन सुनाने के लिए ....आभार
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर भजन है जी ,
जवाब देंहटाएंमज़ा आ गया ...........
वाह बहुत सुंदर भाव प्रबल भजन ...!!
जवाब देंहटाएंबहुत मन से गाया ...सुमधुर प्रस्तुति ...!!
शुभकामनायें.
सुन्दर ! भक्तिमय
जवाब देंहटाएंरस माधुर्य से संसिक्त गीत फिर चले आये संध्या को आज ...वही रस राग ..गुनगुनाने . .कृपया यहाँ भी पधारें -
जवाब देंहटाएंबृहस्पतिवार, 31 मई 2012
शगस डिजीज (Chagas Disease)आखिर है क्या ?
शगस डिजीज (Chagas Disease)आखिर है क्या ?
माहिरों ने इस अल्पज्ञात संक्रामक बीमारी को इस छुतहा रोग को जो एक व्यक्ति से दूसरे तक पहुँच सकता है न्यू एच आई वी एड्स ऑफ़ अमेरिका कह दिया है .
http://veerubhai1947.blogspot.in/
गत साठ सालों में छ: इंच बढ़ गया है महिलाओं का कटि प्रदेश (waistline),कमर का घेरा
साधन भी प्रस्तुत कर रहा है बाज़ार जीरो साइज़ हो जाने के .
http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/
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जवाब देंहटाएंआपके पोस्ट पर पहली बार आया हूं । आना सार्थक हुआ । मेरी कामना है कि आप सदा सृजनरत रहें ।
जवाब देंहटाएंमेरे नए पोस्ट "बिहार की स्थापना के 100 वर्ष" पर आपका इंतजार रहेगा । धन्यवाद ।
प्रेम सरोवर जी, आप पहले भी आ चुके हैं....
हटाएंसुन्दर भजन,रिकॉर्ड करके रख लिया है.खूब गाएं व प्रभु की अनुकम्पा आप पर हो.
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