दोस्तों ! पं
देवकीनंदन खत्री के प्रसिद्ध हिंदी जासूसी उपन्यास "चन्द्रकान्ता" के प्रथम
अध्याय के अट्ठारहवें बयान का वाचन प्रतिरूप प्रस्तुत है, मेरे यू-ट्यूब चैनल
पर आप इसको लगातार धारावाहिक के रूप में सुन सकते हैं | आशा है आपको ये
अवश्य पसंद आयेगा......
चन्द्रकान्ता उपन्यास अध्याय-प्रथम, बयान-18
उपन्यासकार: पं देवकीनंदन खत्री
स्वर : प्रसन्नवदन चतुर्वेदी
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