रविवार, 12 जुलाई 2009

गीत/भूलने वाले मुझे याद कर

भूलने वाले मुझे याद कर,भूलने वाले मुझे याद आ।
आ खयालों में मेरे तू आ,मुझको अपने खयालों में ला।

ये तनहाई है मेरी दुश्मन, ये तो तुमको भी सताती होगी;
मैं इधर जब तड़पता हूँ इतना,ये तुम्हें भी तड़पाती होगी;
पास आ तू मेरे पास आ,और तनहाइयों को भगा........

अब है तुमको मेरी जरूरत, और तू है जरूरत मेरी;
मैं हूँ तेरे हाथ की लकीरें,और तू ही है किस्मत मेरी;
हाथ में हाथ आ तू रख दे और दोनों की किस्मत जगा......

मन से मन तो मिल ही चुके हैं,तन से तन भी आकर मिला ले;
ये मुहब्बत की दुनिया हो रौशन,ऐसी शम्मा तू आकर जला ले;

ये शरम, ये हया छोड़कर;मुझको अपने गले तू लगा..........

6 टिप्‍पणियां:

  1. आप की सारी गजले बहुत ही सुंदर लगी.

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  2. अब है तुमको मेरी जरूरत, और तू है जरूरत मेरी;
    मैं हूँ तेरे हाथ की लकीरें,और तू ही है किस्मत मेरी;

    Khoobsoorat laaine hain ye.....dil ke kareeb

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  3. अब है तुमको मेरी जरूरत, और तू है जरूरत मेरी;
    मैं हूँ तेरे हाथ की लकीरें,और तू ही है किस्मत मेरी;
    हाथ में हाथ आ तू रख दे और दोनों की किस्मत जगा......

    bahut sundar rachana..
    waah prasann ji bahut badhiya likha aapne..

    badhayi..

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  4. बहुत ही ख़ूबसूरत और दिल को छू लेने वाली ग़ज़ल लिखा है आपने!

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  5. आपके प्रेम-गीत बहुत ही सुन्दर हैं... बस आवाज़ का इंतज़ार है इन्हें... आपके हाथों में माइक देख कर लगता है गाना गाने की बिमारी आपको भी है तो फिर देर किस बात की है शुरू हो जाइये और हमें भी सुनने का मौका दीजिये... बहुत बहुत बधाई...

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